तथा मूत्राशय, प्रॉस्टेट ग्रंथि, मूत्रमार्ग, अथवा जनन पथ के रोगों के कारण शरीर के विभिन्न भागों में विभिन्न प्रकार से हो सकती है।
2.
पीड़ा मूत्रवाहिनी शूल (colic) तथा मूत्राशय, प्रॉस्टेट ग्रंथि, मूत्रमार्ग, अथवा जनन पथ के रोगों के कारण शरीर के विभिन्न भागों में विभिन्न प्रकार से हो सकती है।